भोपाल. असंठित क्षेत्र के श्रमिकों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए शुरू किए गए ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़ा सामने आया है। मध्य प्रदेश में हर दिन हजारों की संख्या में रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। टॉप पर एग्रीकल्चर यानी कृषि कैटेगरी है। सच्चाई का पता लगाने द सूत्र ने पूरे मामले की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि महज 10 दिनों के अंदर 6 लाख 5 हजार लोगों ने कृषि कैटेगरी में रजिस्ट्रेशन करवा दिया। यह चमत्कार हुआ कैसे...? जब इसकी जानकारी जुटाना शुरू की तो जो सच्चाई पता चली, वह बेहद चौंकाने वाली थी। वैसे तो पोर्टल पर 20 से ज्यादा कैटेगरी में कई सब कैटेगरी हैं, जिससे यह पता चल जाता है कि पंजीयन के लिए कौन पात्र है और कौन अपात्र। इसके बावजूद ग्रामीण स्तर पर घर-घर जाकर किसानों का रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है, चाहे वह पात्र हो या अपात्र। इसके लिए गांव में शिविर लगाए जा रहे हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गांव में घर-घर जाकर लोगों को पंजीयन के लिए प्रेरित कर रहे हैं। किसान भी बढ़-चढ़कर इसमें अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ई-श्रम पोर्टल पर ऐसे किसानों के भी रजिस्ट्रेशन कराए गए हैं, जिनके पास 30 से 40 एकड़ तक की खेती है। ई-श्रम पोर्टल में स्पष्ट किया हुआ है कि केवल कृषि श्रमिक या भूमिहीन किसान ही ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए पात्र हैं। खुद की जमीन वाले किसान इस योजना के दायरे में नहीं आते।