Lord Krishna told Yudhishthira that Jaya Ekadashi is very virtuous. By observing fast on this Ekadashi and feeding Brahmins, a person becomes free from the lowly vaginas of ghosts, phantoms, and demons. According to the Skanda, Padma and Vishnu Puranas, fasting on this Ekadashi and worshiping Lord Vishnu, knowingly or unknowingly ends the sins. Lord Shiva while preaching to Maharishi Narad said that Ekadashi is a fast giving great virtue. Even the best sages should perform this ritual. Know further the worship method of Jaya Ekadashi, auspicious time and story… Date and Puja Muhurta Ekadashi date starts: 11 February, Friday afternoon from 01:52 minutes Ekadashi date ends: 12 February, Saturday evening till 04:27 minutes Jaya Ekadashi auspicious time: February 12, Saturday, 12:13 pm to 12:58 pm...
भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया था कि जया एकादशी बहुत ही पुण्यदायी है। इस एकादशी का व्रत विधि-विधान करने से तथा ब्राह्मण को भोजन कराने से व्यक्ति नीच योनि जैसे भूत, प्रेत, पिशाच की योनि से मुक्त हो जाता है। स्कंद, पद्म और विष्णु पुराण के मुताबिक इस एकादशी पर व्रत और भगवान विष्णु की पूजा करने से जाने-अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं। भगवान शिव ने महर्षि नारद को उपदेश देते हुए कहा कि एकादशी महान पुण्य देने वाला व्रत है। श्रेष्ठ मुनियों को भी इसका अनुष्ठान करना चाहिए। आगे जानिए जया एकादशी की शुभ मुहूर्त तिथि एवं पूजा मुहूर्त एकादशी तिथि आरंभ: 11 फरवरी, शुक्रवार दोपहर 01:52 मिनट से एकादशी तिथि समाप्त: 12 फरवरी, शनिवार सायं 04:27 मिनट तक जया एकादशी शुभ मुहूर्त: 12 फरवरी, शनिवार, दोपहर 12:13 मिनट से 12:58 तक...
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