भोपाल. राज्य सरकार देश की 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के लक्ष्य में मध्यप्रदेश का अहम योगदान सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में स्टार्टअप कल्चर (Startup culture) को बढ़ावा देना चाहती है। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj) ने हाल ही में ‘‘स्टार्ट इन इंदौर’’ सम्मलेन में जल्द ही एक नई स्टार्टअप पॉलिसी (startup policy) लागू करने का ऐलान किया है। प्रदेश में नए स्टार्टअप की आर्थिक मदद के लिए उन्होंने वेंचर कैपिटल फंड बनाने की भी घोषणा की है। लेकिन हकीकत ये है कि प्रदेश सरकार ये सब दावे 2015 से लगातार कर रही है। सात साल पहले भी सरकार ने स्टार्टअप की मदद के लिए 100 करोड़ की पूंजी का वेंचर कैपिटल फंड बनाने का ऐलान किया था। इसके लिए 20 फीसदी राशि यानी 20 करोड़ रुपए सरकार की तरफ से और बाकी 80 करोड़ रुपए प्राइवेट इन्वेस्टमेंट से जुटाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन सरकार निजी निवेश की मदद से 80 करोड़ तो जुटा नहीं पाई। उसने अपने हिस्से के 20 करोड़ रुपए भी मप्र लघु उद्योग निगम (MPLUN) के फंड में ट्रांसफर कर दिए। वहीं, हमारी दूसरी स्टोरी में देखिए कि बैरसिया में 100 से ज्यादा गायों की मौत पर मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।