Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति के दिन राशिनुसार दान क्या करें | Boldsky

Boldsky 2022-01-13

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Makar Sankranti, the festival of Sun's Uttarayan, will be celebrated on January 14. On this day, Sun God will leave from Sagittarius and enter Capricorn at 2:32 pm. Due to this, Punyakal Sunset will remain till 5:55 am i.e. for 3 hours 37 minutes. This year, the vehicle of Sankranti is a tiger, a horse and a mace in the hands. Astrologers say that the general fruit of Makar Sankranti will be beneficial for the learned and educated. Even if it is not harmful, there will be an atmosphere of fear and anxiety. Inflation will be under control. this year Makar Sankranti will be celebrated on the Dwadashi date of Paush Shukla Paksha on January 14 in the auspicious combination of Shukla and Brahma Yoga. At the same time, the festival of Makar Sankranti will also be considered on January 15 with the difference of opinion. Rohini Nakshatra will remain on this day. According to the scriptures, the day on which the Sun changes its zodiac before the setting of the Sun, its festival is celebrated on the same day. Due to this, in the Panchangs like Vishwavijay, Decision Sagar, Chintaharan etc., this festival has been described as January 14. According to the importance of Udaya Tithi, people will do Sankranti bath-donation on January 15.

मकर सक्रांति सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में दोपहर 2 बजकर 32 मिनट पर प्रवेश करेंगे। इसकी वजह से पुण्‍यकाल सूर्य अस्‍त 5 बजकर 55 मिनट तक यानी 3 घंटे 37 मिनट तक रहेगा। इस साल संक्रांति का वाहन बाघ, उपवाहन अश्व और हाथों में गदा रूपी शस्त्र है। ज्‍योतिषियों का कहना है कि मकर सक्रांति का सामान्य फल विद्वान और शिक्षित के लिए लाभकारी रहेगा। अनिष्‍टकारी न होने के बावजूद भी डर और चिंता का वातावरण बनेगा। महंगाई पर नियंत्रण रहेगा। इस साल मकर सक्रांति इस बार पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि के दिन 14 जनवरी को शुक्ल और ब्रह्म योग के मंगलकारी संयोग में मनाई जाएगी। वहीं मतमतांतर के साथ मकर संक्रांति का पर्वकाल 15 जनवरी को भी माना जाएगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा। शास्‍त्रों के अनुसार सूर्य के अस्‍त होने पहले जिस दिन सूर्य राशि परिवर्तन करता है उसी दिन उसका पर्व मनाया जाता है। विश्वविजय, निर्णय सागर, चिंताहरण आदि पंचांगों में इसके चलते ये पर्व 14 जनवरी का बताया गया है। उदया तिथि की महत्ता के अनुसार भी लोग 15 जनवरी को सक्रांति स्नान-दान मत-मतांतर करेंगे।

#MakarSankranti2022

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