केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों (Farm laws) को वापस ले चुकी है और संसद में इससे जुड़ा बिल भी पारित हो चुका है, लेकिन किसान अब भी अपनी कुछ मांगों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर डटे हैं। तीनों कृषि क़ानून रद्द होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चे (SKM) के अंदर दिल्ली की सीमाओं से जाने के लिए किसान संगठनों में दो मत हैं। पंजाब के ज़्यादातर किसान संगठन चाहते हैं कि दिल्ली की सीमाओं से किसानों को लौटना चाहिए और MSP की गारंटी को लेकर अपने राज्यों में जाकर आंदोलन करना चाहिए। लेकिन कुछ किसान चाहते है की आंदोलन से पीछे हटने की अभी जरूरत नहीं है।