19 नवंबर को पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान किया साथ ही सभी किसानों से माफ़ी मांगते हुए उनसे घर जाने की अपील भी की. लेकिन किसानों ने साफ़ कर दिया कि जब तक ये बिल संसद में वापस नहीं होगा ये आंदोलन जारी रहेगा और विपक्ष ने भी सरकार पर सवाल उठाए थे जिसके बाद सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई, और बैठक में कानून वापसी को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई. जिसके बाद अब किसान नेता राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया आई है. तो अब क्या है टिकैत की आगे की रणनीति क्या आंदोलन थम जाएगा या अभी भी रहेगा जारी देखेंगे इस रिपोर्ट में.