रोते वक्त नाक क्यों बहने लगती है, Doctors से जानें नाक बहने और आंसू निकलने का संबंध | Boldsky

Boldsky 2021-11-19

Views 7

It doesn't matter whether it is tears of joy or tears of sorrow or tears of pain. But you must have often felt that whenever you cry, after some time your nose also starts running, which you cannot stop even if you want to. This process is the same in almost every human being. Explains that our body responds differently to different emotional actions. What happens is that when we are crying very impulsively, our tears go from the tear ducts at the corners of our eyelids called lacrimal puncta to the nasal cavity called lacrimal canaliculi. And those that come out of the way of the nose. Your body is able to make 1.2 mL of tears daily. that come out of your eyes. These tears enter two small openings and exit through the corner of your inner eye. This fluid begins to drain into the back of your nose and into your throat duct. When you cry, a part of your brain gets triggered, causing the lacrimal gland to start making tears. When you cry a few times, you only feel the feeling in your nose and it stops after blowing a couple of times. But when you cry a lot, your nose keeps running even after you are silent. Due to this your face and your nose also turn red.

इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह खुशी के आंसू हैं या गम के आंसू या फिर दर्द के आंसू। लेकिन आपने अक्सर महसूस किया होगा कि जब भी आप रोते हैं तो कुछ देर बाद आपकी नाक भी बहने लगती है जिसे आप चाह कर भी नहीं रोक सकते। यह प्रक्रिया लगभग हर इंसान में एक सी है। हमारा शरीर अलग-अलग भावनात्मक क्रियाओं के लिए अलग अलग तरीके से अपनी प्रतिक्रिया देता है। होता यह है कि जब हम काफी आवेग में रो रहे होते हैं तब हमारे आंसू हमारी पलकों के नीचे कोनों में स्थित टियर डक्ट यानी कि आंसू की नलिकाओं जिनको लैक्रिमल पंक्टा कहा जाता है से नेज़ल कैविटी जिसको लैक्रिमल कैनालिकुली कहा जाता है, में चले जाते हैं और जो नाक के रास्ते से बाहर आते हैं। आपका शरीर रोजाना 1.2 mL आंसू बना पाता है। जो आपकी आंखों से बाहर निकलते हैं। यह आंसू दो छोटी-छोटी ओपनिंग में घुस जाते हैं और आपकी अंदरूनी आंख के कोने से बाहर निकलते हैं। यह फ्लूइड आप के नाक के पिछले भाग और गले के डक्ट में ड्रेन होना शुरू हो जाता है। जब आप रोते हैं तो आपके मस्तिष्क का एक भाग ट्रिगर हो जाता है जिस कारण लैक्रिमल ग्लैंड आंसू बनाने शुरू कर देती है। जब आप थोड़े बहुत रोते हैं तो आपके नाक में केवल महसूस सा ही होता है और एक दो बार बहने के बाद बंद हो जाता है। लेकिन जब आप बहुत अधिक रोते हैं तो आपके चुप होने के बाद भी आपका नाक बहता रहता है। इससे आप का चेहरा और आपकी नाक लाल भी हो जाते हैं।

#RoteSamayNakBehna

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS