Chhath Puja 2021: छठ पूजा के दिन कई शुभ योग, व्रत रखना बेहद लाभकारी | Boldsky

Boldsky 2021-11-09

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Chhath Puja 2021: छठ यानी आस्था और भक्ति के इस पर्व के दूसरे दिन आज खरना है. व्रती आज निर्जला व्रत रखेंगे और शाम को सूर्य को अर्ध्‍य देंगे. खरना शब्द का अर्थ होता है शुद्धिकरण करना. छठ पर्व के पहले दिन को नहाय-खाय होता है, जिस प्रकार इस दिन व्रती लोग एक समय भोजन करते हैं और इसके बाद अपने शरीर और मन को शुद्ध करना आरंभ कर देते हैं. वहीं दूसरे दिन खरना से 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है. इस बार खरना से दूसरे अर्घ्य तक रसकेसरी के साथ कई विशेष योग बन रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार ये योग श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पुण्यदायी होंगे. अस्ताचलगामी सूर्य देव को प्रथम अर्घ्य 10 नवंबर को और उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य 11 नवंबर को दिया जाएगा. सूर्यदेव को पहला अर्घ्य अर्पित करने के दिन मकर राशि उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में है. तुला राशि में सूर्य, मंगल और बुध, वृश्चिक में केतु, धनु में शुक्र, मकर में शशिचंद्र, गुरु, वृष में राहु रहेंगे. गुरु चंद्रमा के साथ रहने से गजकेसरी और चंद्रमा से द्वादश भाव में शुक्र रहने से अनफा योग बनेगा. वहीं 11 नवंबर को चंद्रमा से दशम भाव में बुध के रहने से अमलकीर्ति योग बनेगा. सूर्य और मंगल की युति से पराक्रम योग का निर्माण इस बार हो रहा है. मकर राशि श्रवण नक्षत्र में, तुला राशि में मंगल, बुध और सूर्य, वृश्चिक में केतु, धनु में शुक्र, मकर में शनि, चंद्र, गुरु और वृष में राहु रहेंगे.

Chhath Puja 2021: Today is Kharna, the second day of this festival of faith and devotion. Vratis will observe a Nirjala fast today and offer Ardhya to the Sun in the evening. The word Kharna means to purify. On the first day of Chhath festival, there is a bath and eating, just as fasting people take one meal on this day and after that they start purifying their body and mind. On the second day, 36 hours of waterless fasting starts from Kharna. This time from Kharna to the second Arghya, many special yogas are being made with Raskesari. According to astrology, these yogas will be very rewarding for the devotees. The first Arghya will be offered to the ascending Sun God on 10th November and the rising Sun God will be offered Arghya on 11th November. On the day of offering the first Arghya to Suryadev, Capricorn is in Uttarashada Nakshatra. Sun, Mars and Mercury in Libra, Ketu in Scorpio, Venus in Sagittarius, Shashichandra in Capricorn, Jupiter and Rahu in Taurus. Gajakesari with Jupiter Moon and Venus in the twelfth house from Moon will create Anafa Yoga. At the same time, on November 11, Amalkirti Yoga will be formed due to the presence of Mercury in the tenth house from the Moon. Parakram Yoga is being formed this time due to the combination of Sun and Mars. In Shravan Nakshatra in Capricorn, Mars, Mercury and Sun in Libra, Ketu in Scorpio, Venus in Sagittarius, Saturn in Capricorn, Moon, Jupiter and Rahu in Taurus.

#ChhathPuja2021

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