Pitru Paksha 2021: जानिए पिंडदान में चावल की पिंडी का क्या है महत्व? | वनइंडिया हिंदी

Views 256

Shradh Paksha 2021, which pays off the debts of ancestors, has started and will continue till 6 October. The Shradh Paksha which lasts for 16 days is also called Pitru Paksha. It is believed that in Pitru Paksha, ancestors come to the earth to meet their descendants. In such a situation, there is a tradition of performing Pind Daan, Shradh, Tarpan for the ancestors.

सनातन धर्म में पितृपक्ष (Pitru Paksha) में पितरों की पूजा और पिंडदान ( Pind Daan) का विशेष महत्व बताया गया है। इस साल पितृपक्ष 21 सितंबर से शुरू हो चुके हैं और 6 अक्टूबर तक चलेंगे। सनातन हिंदू धर्म में मान्यता है कि मृत्यु के बाद भी हमारे पूर्वज और परिजन पितरों के रूप में पितर लोक में वास करते हैं। उनकी तृप्ति के लिए पितृ पक्ष में पिंडदान या श्राद्घ का विधान है। आपने देखा होगा जो लोग भी इस दौरान पिंड दान करते हैं वो चावल के पिंड बनाते हैं. जानिए इसकी वजह।


#PitruPaksha #Hindus #Shradh

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS