जिंदगी कब करवट बदल ले कहा नहीं जा सकता इसलिए इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए. इसका जीता जागता उदाहरण हैं टोक्यो पैरालंपिक (Takyo paralampic) में कांस्य पदक जीतने वाले सुंदर सिंह गुर्जर. सुंदर सिंह ने हाल में सुंदर सिंह ने मीडिया को बताया कि आज से करीब पांच साल पहले वह आत्महत्या करने की सोचने लगे थे.