उपेंद्र कुशवाहा ने बयान दिया कि अगर केंद्र सरकार जातिगत जनगणना की बात नहीं मानती है तो भाजपा के साथ मतभेद बढ़ना लाज़मी है। हमारी मांगें न मानना बेईमानी होगी। समाज से भेदभाव हटाने के लिए ये जातिगत जनगणना ज़रूरी है।हालांकि बाद में बोले कि भाजपा के साथ ये टकराव प्रसव पीड़ा की तरह है जिसका अंत सुखद होगा।