जबीहुल्ला मुजाहिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने रुख के बारे में बताया। कहते हैं कि ये तालिबान 2.0 है जो किसी से बदला नहीं लेगा। न ही हम किसी को कोई सज़ा देंगे। हम उन सैनिकों की भी माफ कारते हैं जो हमारे खिलाफ लड़े। महिलाओं की आज़ादी की बात पर बोले कि औरतों की पढ़ने, काम करने और सामाजिक कामों में हिस्सा लेने की आज़ादी होगा लेकिन वो सब होगा इस्लाम कानून के दायरे के अंदर।