देशभर में कोरोना ने अपना कहर बरपाया स्कूलों और कॉलेजो में छुटियो की घोसड़ा हो गयी थी मनोज दिल्ली के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ता था छुटियो के घोसड़ा के बाद कॉलेज के साथ साथ हॉस्टल भी बंद हो गए इसलिए वो बस द्वारा वो अपने माँ पापा के पास पंहुचा मनोज के पापा प्रभुदयाल जी स्कूल में टीचर थे और वो बिकलांग थे बैसाखी के सहारे चलते थे और अधिक पूरी कहानी पढ़ने के लिए वीडियो लिंक पे क्लिक करे...
Video Link: https://youtu.be/MuarFjk0ASY