संदीपन ऋषी का आश्रम, कृष्णा और सुदामा साथ साथ पढ़ते और साथ साथ रहते है संध्या का शमय है दोनों आकर गुरूजी के चरण छूते है और हाथ जोड़कर खड़े हो जाते है गुरूजी, बेटा कृष्णा बेटा सुदामा, दोनों आज्ञा दीजिये गुरूजी, गुरूजी दोनों के शिर पे हाथ फेरते हुए जीते रहो वत्स और अधिक पूरी कहानी पढ़ने के लिए वीडियो लिंक पे क्लिक करे...
https://youtu.be/ugS9zWPowfQ
Facebook link: https://www.facebook.com/BestBuddiesStories
Twitter Link: https://twitter.com/BestBuddiesTV