मायावती को झटके पर झटका दे रहे अखिलेश यादव !
अंबिका चौधरी सपा में आने के लिए तैयार !
घर वापसी करने के लिए तैयार अंबिका चौधरी !
बीएसपी से अंबिका चौधरी ने दिया इस्तीफा !
2017 में सपा छोड़ बीएसपी के साथ गए थे चौधरी !
अब एक बार फिर सपा में आने के लगाए जा रहे कयास !
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले बीएसपी का सपा में विलय सा होता जा रहा है एक एक कर कद्दावर नेता मायावती को छोड़ सपा के साथ आ रहे हैं और सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनका स्वागत कर रहे हैं…अखिलेश यादव सपा की मजबूती पर फोकस कर रहे हैं तो वहीं मायावती अब सिर्फ आरोपों के सहारे काम चला रहा है…आज एक बार फिर बीएसपी को अखिलेश यादव ने झटका दिया और पूर्वांचल के कद्दावर नेता ने सपा में अपनी आस्था को जताया है…पूर्वांचल के कद्दावर नेता अंबिका चौधरी ने ऐसे वक्त में बीएसपी को छोड़ा है जिससे साफ संकेत हैं कि अंबिका चौधरी एक दो दिन में सपा में एंट्री ले सकते हैं…अंबिका चौधरी 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले सपा के साथ ही हुआ करते थे लेकिन बाद में उन्होंने सपा को अलविदा कह दिया…अब अंबिका चौधरी ने समाजवादी पार्टी की तरफ फिर झुकाव दिखाया है…उन्होंने बीएसपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है…अंबिका चौधरी ने अपने बेटे आनंद चौधरी को समाजवादी पार्टी की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित किए जाने के बाद ये घोषणा की…अंबिका चौधरी ने एक चिट्ठी लिखते हुए इस बात की घोषणा कि 2019 में लोकसभा चुनावों के बाद से अज्ञात कारणों की वजह से पार्टी की किसी भी मीटिंग में मुझे कोई भी छोटा या बड़ा उत्तरदायित्व नहीं सौंपा गया…ऐसी स्थिति में मैं अपने आपको पार्टी में उपेक्षित और अनुपयोगी पा रहा हूं, इसीलिए इस्तीफा दे रहा हूं…
अंबिका चौधरी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि विधानसभा चुनाव के पहले जनवरी 2017 से मैं बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने के बाद एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को अपनी सेवायें दे रहा हूं…मुझको जब भी छोटा बड़ा कोई उत्तरदायित्व दिया गया उसका पूरी लगन से मैंने निर्वाह किया…अंबिका चौधरी ने कहा कि आज दिनांक 19 जून 2021 को मेरे पुत्र आनंद चौधरी को आसन्न जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचन में समाजवादी पार्टी द्वारा प्रत्याशी घोषित किया गया है…ऐसी स्थिति में मेरी निष्ठा पर कोई प्रश्नचिन्ह प्रस्तुत हो, इसके पूर्व ही मैंने नैतिक कारणों से भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को प्रेषित कर दिया है…उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है…और अब उम्मीदवारों का एलान किया जा रहा है ऐसे में अब सपा अपने उम्मीदवारों को जिताने का जतन कर रही है और बीजेपी भी कोशिशों में लगी है लेकिन जीत किसे मिलेगी कहना मुश्किल है वहीं इस मौके पर अवसरवादी राजनीति जमकर देखने को मिल रही ब्यूरो रिपोर्ट