कोरोना रोगियों के रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा तैयार की गई दवा 2डीजी को वरदान के रूप में देखा जा रहा है। यह दवा अब लोगों के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध है। इस दवा को इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज (आईएनएमएएस) ने हैदराबाद के डॉक्टर रेड्डी लेबोरेटरी के साथ मिलकर विकसित किया है। पाउडर के रूप में उपलब्ध इस दवा को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह रोगियों में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने और संक्रमितों की जान बचाने में बेहद कारगर साबित हो सकती है। संस्था की ओर से स्पष्ट कहा है कि कोविड-19 के मरीजों को डॉक्टरों की देखरेख और प्रिस्क्रिप्शन के तहत ही यह दवा दी जाए। आइए जानते हैं डीआरडीओ ने गाइडलाइंस में और किन बातों पर जोर दिया है, साथ ही किन्हें इस दवा का सेवन न करने की सलाह ही है?
#2DGMedicine #DRDOGuidelines