क्या शिवपाल सिंह यादव है शरारती तत्व ?
क्या आवाम की परेशानी को उजागर करना है गलत ?
क्या मेडिकल कॉलेज की खामी उजागर करके किया गुनाह ?
सैफई मेडिकल कॉलेज के कुलपति के बयान से सनसनी !
देखिए मेडिकल कॉलेज के कुलपति ने क्या कहा ?
शिवपाल सिंह यादव के समर्थकों को आ गया गुस्सा ?
कोरोना के कहर से हर तरफ हाहाकार है…ऐसे में सैफई मेडिकल कॉलेज में भी खामियों का अंबार लगा था…और प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने जरूरी उपकरणों के आभाव को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और सीएम को खत क्या लिखा कि अब शिवपाल सिंह यादव को इसके लिए बदनामी का सामना करना पड़ रहा है…जबकि चौंकाने वाली बात ये हैं कि खुद सैफई मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने भी इन कमियों को स्वीकार किया था और उनकी सहूलियत को बरकरार रखने के लिए ही शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश सरकार को खत लिखा था…लेकिन अब सैफई मेडिकल कॉलेज के कुलपति का एक ऐसा लिखित बयान सामने आया है…जिससे शिवपाल सिंह यादव के समर्थकों में गुस्सा देखने को मिल रहा है…सैफई मेडिकल कॉलेज के कुलपति डॉ. राजकुमार ने जो लिखित बयान दिया है उससे शिवपाल सिंह यादव के समर्थक नाराज तो है ही साथ ही उनके ऊपर आरोप लगा रहे हैं कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए और सरकार के दवाब में कुलपति ऐसा बयान जारी कर रहे हैं…दरअसल
कुलपति डॉक्टर राजकुमार ने बगैर नाम लिए स्थानीय विधायक शिवपाल सिंह यादव को शरारती तत्व के सात ही अराजक तत्व कहते हुए गैर जिम्मादर करार दिया है…कुलपति ने शिवपाल सिंह यादव का नाम लिए बिना एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की जिसमें कुलपति ने बताया है कि चिकित्सा विश्वविद्यालय में पूरी तत्परता और अनुशासन के साथ कोविड-19 मरीजों का इलाज किया जा रहा है कुछ गैर जिम्मेदार और शरारती तत्व विश्वविद्यालय की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं…कुलपति ने लिखा है कि विश्वविद्यालय के हेल्थ केयर वर्कर्स का मनोबल तोड़ने का काम किया जा रहा है…ऐसे लोग एक बार पीपीई किट पहनकर कोविड-19 अस्पताल के अंदर जाएं तो उन्हें खुद ही स्थिति का अंदाजा हो जाएगा…आपको बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने 20 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, को पत्र लिखकर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की अव्यवस्थाओं की जानकारी दी थी और उन्हे जल्द दूर करने की मांग की थी…शिवपाल सिंह यादव ने जहां मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा उपकरणों की कमी का हवाला दिया था वहीं स्टाफ के संक्रमण का खतरा जताया था और पत्र लिखने के ठीक दो दिन बाद आधा दर्जन से ज्यादा डॉक्टर्स कोरोना से संक्रमित पाए गए थे…लेकिन अब मामले पर जिस तरह से कुलपति का बयान सामने आया है उसने हर किसी को हैरान कर दिया है…शिवपाल सिंह यादव ने पत्र में लिखा था कि को कोरोना की रिपोर्ट आने में 5 -6 दिन का समय लग रहा है इसके बाद उन्होंने 25 अप्रैल को एक और पत्र जारी करके संस्थान में बंद पड़ा ऑक्सीजन प्लांट और कमीशन खोरी की बात लिखकर मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा था उन्होंने लिखा था कि यूनिवर्सिटी बाहर से आने वाली ऑक्सीजन पर निर्भर है जब कि यूनिवर्सिटी में दो ऑक्सीजन प्लांट खराब पड़े है…बाहर से ऑक्सीजन मंगाई जा रही है…इससे कमीशनखोरी की जांच की आवश्यकता है इसकी जांच होनी चाहिए…अब इन्ही पत्रों की वजह से शिवपाल सिंह यादव को शरारती तत्व करार दिया जा रहा है…जिसको लेकर उनके समर्थक काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं…ब्यूरो रिपोर्ट