कानपुर में आपदा में अवसर तलाश लिया निजी कोविड अस्पतालों ने। ताजा मामला कृषणा हॉस्पिटल का है। जहाँ भर्ती कोविड मरीजो की मौत के बाद भी उनके घरवालों से वसूली का मामला प्रकाश में आया है। एक दो नही दर्जनो तीमारदार जिनके मरीज कृषणा हॉस्पिटल में एडमिट है। उनको न सही जानकारी दी जा रही है ना उनके मरीज से मुलाकात कराई जा रही है जिसके बाद तीमारदारों ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है लोगो का कहना है कि मरीज को जब अस्पताल में भर्ती कराते है तब ह ठीक था लेकिन थोड़ी ही देर बाद अस्पताल प्रशासन बताता है कि मरीज की हालत खराब हो रही है उसे वेंटिलेटर में शिफ्ट किया गया।वही जब तीमारदार कहते है कि हमे मरीज को देखना है तो वह कह देते है कि मरीज खत्म हो गया।उसके बाद लाखो का बिल भी बनाकर जबरन वसूली कर रहे है।वही पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन कुछ भी बोलने को तैयार नही है।