नए सीएम तीरथ सिंह रावत ने संभाला मोर्चा !
त्रिवेंद्र रावत के कई फैसलों पर चलेगी तलवार !
नए सीएम पुराने सीएम के फैसलों को लेंगे वापस !
मिशन क्लीन उत्तराखंड में कूदे तीरथ सिंह रावत !
पुराने सीएम के फैसलों को बदलने को लेकर हलचल तेज !
बीजेपी फिर खिंच सकती हैं नेताओं के बीच तलवारें !
उत्तराखंड में नए सीएम को अभी चार दिन भी सत्ता संभाले नहीं हुए कि अब वो कई बड़े फैसले ले रहे हैं जिनसे सियासत में गर्मी तो दिख ही रही है साथ ही बीजेपी में हंगामे के आसार भी दिखाई दे रहे हैं…नए सीएम तीरथ सिंह रावत ने पुराने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के कई फैसलों को वापस लेने का प्लान बनाया है…ऐसे में अब बीजेपी में और सूबे की सियासत में तीरथ VS त्रिवेंद्र देखने को मिल सकता है…सत्ता संभालते ही सीएम तीरथ सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार के विवादास्पद फैसलों का ऑपरेशन करने की शुरुआत कर दी है…इनमें सबसे पहले निशाना देवस्थानम बोर्ड बना है…देवस्थानम बोर्ड के गठन से बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री समेत 55 मंदिर सरकारी नियंत्रण में आ गए थे…इस फैसले से बीजेपी की खासी किरकिरी भी हुई थी…एक सवाल के जवाब में नए सीएम तीरथ सिंह ने कहा कि उनकी सरकार पब्लिक सेंटीमेंट का सम्मान करेगी…औऱ जो फैसले पहले विवादित रहे हैं उनपर विचार किया जाएगा…उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद तीरथ सिंह रावत का फोकस नया काम शुरू करने से पहले उन कामों को ठीक करने का है…जो पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लागू किए थे और उनका व्यापक विरोध हो रहा था…पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने कुछ ऐसे फैसलों को लेकर लगातार विवाद में रहे…जिनपर उन्हे न तो विधायकों का सपोर्ट मिला और न ही जनता का…तमाम विरोध के बावजूद त्रिवेंद्र सरकार ने देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था…जिस पर बीजेपी के ही नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार को कोर्ट में भी घसीटा…मंदिरों से जुड़े पुरोहितों का कहना है कि देवस्थानम बोर्ड उनके अधिकारों को छीनने की एक साजिश है…अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे से बीजेपी के मंसूबों पर पानी फिरने का अंदेशा है ऐसे में सीएम तीरथ सिंह रावत का कहना है कि वो उसमें तीर्थ पुरोहित समाज के साथ बात करेंगे और कोई बीच का रास्ता निकाला जाएगा…तीरथ सिंह रावत के इस फैसले के बाद एक बार फिर पहाड़ों की सियासत में हलचल देखने को मिल रही है और कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर तीरथ सिंह रावत पूर्व सीएम के फैसलों को बदलते हैं तो फिर बीजेपी में एक बार फिर गुटबाजी और लॉबिंग के सहारे हंगामा बरपने के पूरे संकेत हैं…ब्यूरो रिपोर्ट