Sanjeev Kumar's One Sided Love for Hema Malini: मेरी भीगी-भीगी सी पलकों में रह गए... जैसे तेरे सपने बिखरके... क्यों बिखर गए सपने उस कलाकार के... उसके आंखों से तो हमेशा हंसी खिलखिलाती थी... क्यों टूटे सपनों ने उसकी आंखों में आंसू भर दिए... क्यों जिससे उसने बेइंतहां मोहब्बत की... वो ही उन सपनों को तोड़ कर चली गई... आहहह... निकलती है... जब उसका ज़िक्र आता है... जनसत्ता की इस खास रिपोर्ट में आज बेनक़ाब होंगे संजीदगी से भरे संजीव कुमार...