राज्य सरकार की स्वीकृति के इंतजार में पशुपालन विभाग
टूट सकती है पशुपालकों की आस
कोविड के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे पशुपालकों की आस नए साल में होने वाले जिन पशु मेलों पर टिकी थी वह टूट सकती है। संभावना है कि नागौर के रामदेव पशु मेले के बाद अब करौली में आयोजित होने वाला महाशिव रात्रि पशु मेला इस बार आयोजित नहीं किया जा सके। हालांकि इस संबंध में अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है लेकिन विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बाड़मेर के तिलवाड़ा में मार्च में लगने वाले श्री मल्लीनाथ पशु मेले से इस वर्ष के पशु मेलों की शुरुआत हो सकेगी। यदि ऐसा होता है तो पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना होगा।