जब जिला महिला चिकित्सालय में स्थित प्रसूताओं के वार्ड में आवारा कुत्तों के घूमने का वीडियो शोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लगा कि जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही के कारण नवजात शिशु का जीवन खतरे में पड़ता नजर आ रहा है । तीन बार का अवॉर्ड विनिंग जिला महिला चिकित्सालय अब आवारा कुत्तों की आरामगाह बन गया है । यहां प्रसूताओं और नवजातों के वार्ड में रात में कुत्ते घूमते नजर आते है और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
मामला शुक्रवार की देर रात करीब 11:00 बजे का है जब जिला महिला अस्पताल के प्रसूता वार्ड में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मचारी अपनी ड्यूटी से नदारद था तो वहीं भीषण ठंड के चलते नवजात बच्चों को जन्म देने वाली महिलाएं और नवजात बच्चे सो रहे थे । तभी वहां पर आवारा कुत्ते घूमते हुए नजर आए। जिला महिला चिकित्सालय के इसी वार्ड में मौजूद किसी व्यक्ति ने घूमते हुए कुत्ते का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस बायरल वीडियो ने जिला महिला चिकित्सालय की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं तो वहीं इस तरह की लापरवाही से नवजातों का जीवन भी संकट में पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। बताया गया है कि जिला महिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ हरेंद्र सिंह चौहान के अथक प्रयासों से चिकित्सालय को तीन बार अवार्ड भी मिल चुका है। इसके बावजूद नवजात शिशुओं के कक्ष में इस तरह आवारा कुत्तों का घूमना अधिकारी कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाने के लिए काफी है। यदि इस तरह सुरक्षा के साथ अस्पताल प्रशासन खिलवाड़ करता रहा तो यह निश्चित है कि आवारा कुत्ते किसी नवजात को अपना शिकार बना सकते हैं।