वर्तमान में धनी और गरीब देशों में वैक्सीन के वितरण की स्थिति पर डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि एक गरीब देश में 25 वैक्सीन डोज दी गई है, वहीं पचास धनी देशों में तीन करोड़ नब्बे लाख वैक्सीन डोज उपलब्ध हैं। यह असमानता की स्थिति है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बीच पूरे विश्व के सभी लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराने की जरूरत है। मगर पूरे विश्व में इस मामले में असमानता की दीवार खड़ी हुई है। कुछ विकसित देशों ने करोड़ों खुराक के लिए पैसे भी एडवांस में दे दिए हैं। ऐसे में कंपनियों पहले इन्हीं देशों को वैक्सीन की सप्लाई करेंगी। इन देशों का आर्डर इतना बड़ा है कि इन्हें पूरा करने में कंपनियों को लंबा समय लगा जाएगा। ऐसे में गरीब और विकासशील देशों को कोरोना वैक्सीन कब और कैसे मिलेगी, ये बड़ा सवाल है?