भगवान राधा-कृष्ण की छवि कभी मंदिरों में नजर आती थी और उस छवि को देखकर सभी श्रद्धालु आनंदित नजर आते थे। नगर निगम के द्वारा भगवान राधा-कृष्ण की होल्डिंग बनवाई गई और इन होल्डिंग को शहर के गंदे नालों पर लगा दिया गया और यह होल्डिंग अब गंदे नालों को ढकने का काम कर रही हैं। नाले के दोनों तरफ पुलिया पर लगी राधा-कृष्ण की होल्डिंग से स्थानीय लोगों में नाराजगी है और लोगों ने नगर निगम को लापरवाही का जिम्मेदार ठहराया है।
मथुरा वृंदावन नगर निगम को शहर के हर सड़क, गली, तिराहे और चौराहे को सजाने संवारने का कार्य जिम्मेदारी के साथ सरकार के द्वारा दिया गया। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी बखूबी से अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन किस तरह से कर रहे हैं यह आपको इन होल्डिंगों को देखकर ही अंदाजा लग जाएगा। भगवान श्री कृष्ण कभी राधा के साथ झूले पर बैठ कर झूला, झूला करते थे तो कभी अर्जुन को गीता के उपदेश देते हुए सुनाई देते थे आज वही राधा-कृष्ण अपनी ही नगरी में बने गंदे नाले की शोभा बढ़ा रहे हैं। अब श्री कृष्ण अर्जुन को उपदेश देते हुए और अपनी प्राण प्यारी राधा के साथ झूला झूलते हुए गंदे नाले पर नजर आ रहे हैं। नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा जीआईसी स्कूल से चंद कदमों की दूरी पर बहने वाले गंदे नाले पर राधा-कृष्ण की होल्डिंग बनवाकर नाले को भले ही ढक दिया हो ,लेकिन भगवान कृष्ण और उनकी प्राण प्यारी राधा कि गंदे नाले पर लगी होल्डिंगों से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। राधा-कृष्ण की होल्डिंग लगाने वाले नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्थानीय लोग कोष रहे हैं।
जिस तरह से होल्डिंग ए लगाई गई है इससे साफ जाहिर होता है कि अधिकारियों की मानसिकता खराब हो चुकी है और उन्हें शायद यह नहीं दिखाई देता कि भगवान के पोस्टर, होल्डिंग नालों पर नहीं बल्कि मंदिरों पर लगाए जाते है।
स्थानीय नागरिक विशाल और कृष्ण कुमार अग्रवाल ने कहा कि मैन गढ़ जीआईसी स्कूल के समीप बने नाले पर यह होल्डिंग है। करीब 5 माह पूर्व लगवाई गई थी। स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया था, लेकिन अधिकारियों के सामने किसी की भी नहीं चली। नाले पर जिस तरह से भगवान की होल्डिंगे लगवाई गई है वह गलत है। उन अधिकारियों को सोचना चाहिए था कि भगवान की होल्डिंगों को गंदे नाले पर क्यों लगवाया गया। भगवान को मंदिर से उठाकर गंदे नाले पर उसकी शोभा बढ़ाने के लिए लगा दिया गया ये गलत हैं।
भगवान कृष्ण और राधा की गंदे नालों पर लगी होल्डिंग को लेकर जिलाधिकारी मथुरा नवनीत चहल से बात की गई तो उन्होंने टालते हुए नगर आयुक्त से बात करने को कहा। नगर आयुक्त रविंद्र कुमार मांदड़ साहब का तो कहना ही क्या साहब को जब भी कॉल करो नगर आयुक्त महोदय का फोन रिसीव ही नहीं होता साहब इतने बिजी हैं कि सीयूजी नंबर उठाने के लिए इनके पास टाइम ही नहीं है।