बुंदेलखंड के महोबा में जानवर इंसान का अजीबो-गरीब प्रेम देखने को मिला है | जहां एक महिला पालतू जानवरों से इस कदर प्रेम कर बैठी है कि अब वह इंसानों की तरह जानवर के चौक कार्यक्रम करा रही हैं । पुनिया के द्वारा आयोजित जानवर के चौक प्रोग्राम में महिला के तमाम रिश्तेदारों के साथ-साथ ग्रामीणों की भारी भीड़ ने मौके पर आयोजित कार्यक्रम का लुफ्त उठाया है !
वर्तमान समय में इंसान इंसान से बैर कर रहा है मगर आज भी कुछ लोग ऐसे है जो जानवरों को भी इंसान से बढ़कर प्रेम करते है! दरअसल महोबा के श्रीनगर थाना क्षेत्र के सलालपुर गांव में बेंड बाजो ओर डीजे की धुनों पर नाचते थिरकते युवक किसी इंसानी बारात में शामिल होने नही जा रहे है । बल्कि पप्पी के जन्म को लेकर अपनी खुशी का इजहार कर रहे है । जितनी धूमधाम इस पप्पी का जन्म का जश्न मनाया जा रहा है जो इंसान और जानवर के प्रेम को दर्शाता है ! एक महिला अपनी पालतू कुतिया को बच्चे की तरह मानती आ रही है | आज उसके मां बनने के बाद बच्चे का जन्म उत्सव मनाया जा रहा है । इस जन्म उत्सव में दूर-दराज गांव से आए लोग समारोह में शामिल हुए हैं । गांव के ग्रामीण कुतिया चम्पी के बेटे पप्पी के चौक कार्यक्रम का मजा ले रहे हैं।
इंसान और जानवर का प्रेम देखना है तो आपको महोबा के सलालपुर गांव आना ही होगा । जहां एक महिला पुनिया जानवर से कुछ इस कदर दिल लगा बैठी है कि उसके बच्चे के जन्मदिन की खुशी में चौक कार्यक्रम का आयोजन कर बैठी है। पुनिया का कहना है कि जानवर बेहद वफादार होते हैं बस इन्हें समझने की आवश्यकता होती है । पुनिया यह जानवर स्वरूप कुतिया (चम्पी) को अपनी बेटी की तरह मानती चली आ रही है । चम्पी जिससे यह बेहद खुश रहती है | आज सारे मेहमान मस्ती में नाचते नजर आ रहे हैं । तो कुछ पप्पी की नजर उतारते देखे गए मनुष्य और जानवर का अनोखा प्रेम चर्चा का विषय बना हुआ है । सुना है कि जानवरों को भी प्रेम की आवश्यकता होती है |
बरहाल इंसानी रिश्तो की बहुत सी कहानियां सामने आती रहती हैं। मगर इंसान और बेजुबान जानवर के रिश्तो की कहानियां अपने आप में अनोखी हैं एक कुत्तिया के बच्चे के जन्म का जश्न मना कर पुनिया ने अनोखी मिसाल पेश की है |