किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सरवन सिंह पंढेर ने मंगलवार को कहा, "सरकार ने कृषि कानूनों को लेकर अपनी स्थिति तय कर ली है कि उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने एक पत्र जारी किया जिसमें कहा गया कि यदि किसान इन कानूनों में संशोधन चाहते हैं, तो उन्हें चर्चा के लिए तारीख और समय प्रदान करना होगा। यह सरकार द्वारा आगे बढ़ने का कदम नहीं है बल्कि किसानों को बहकाने का एक तरीका है। एक सामान्य व्यक्ति यह सोचेगा कि किसान जिद्दी हैं लेकिन तथ्य यह है कि हम कृषि कानूनों में संशोधन नहीं चाहते हैं, हम चाहते हैं कि उन्हें पूरी तरह से हटा दिया जाए।"