कृषि बिल को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। इसे लेकर पूरे देश में किसानों का आंदोलन चला रहा है। वहीं, बीजेपी शासित राज्यों में सरकारें खुद को किसान हितैषी पेश करने में लगी है। एमपी में सरकार ने उज्जैन के सामाजिक न्याय परिसर में आज किसान सम्मेलन का आयोजन किया। इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस कानून से किसानों की जिंदगी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। कैबिनेटी की मीटिंग के बाद सीएम शिवराज किसान सम्मेलन में पहुंच गए थे। वहां उन्होंने कहा कि किसानों के प्रीमियम का 2200 करोड़ रुपया न जमा करने वाले कमलनाथ मुझे किसान विरोधी कह रहे हैं। हम जीरो पर्सेंट पर किसानों को कर्जा देते थे, आपने उसे भी बंद कर दिया। 18 फीसदी ब्याज पर किसानों को कर्जा देने वाले कमलनाथ जी हमें किसान विरोधी बता रहे हैं। उन्होंने पूछा है कि राहुल गांधी तब कहां थे, जब कमलनाथ कर्जमाफी के झूठे प्रमाणपत्र बांट दिए। राहुल जी आप तब कहां थे, जब कमलनाथ जी अपने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए किसानों की सूची ही नहीं भेजी। इससे लाखों किसान लाभ लेने से वंचित रह गए।