लखीमपुर। दुधवा पार्क के जंगल से भटके बाघ ने आबादी क्षेत्र में कई दिनों से डेरा डाल रखा है। बाघ की चहलकदमी ने तकरीबन बीस गांवों के वाशिदों की नींद उड़ा रखी है। लगातार दो पालतू जानवरों का शिकार करने के बाद शाम बाघ ने एक बेसहारा सांड पर हमला बोल कर जख्मी कर दिया था। वही मंगलवार शाम जगनपुरवा के दक्षिण दिशा में उसे देखा गया है। खेतों में काम कर रहे लोगो द्वारा बाघ देखे जाने की सूचना पर वन विभाग व कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उसके पगचिह होने की पहचान करते हुऐ गांव वालों को होशियार रहने की सलाह दी है। लुधौरी के गांव गोविदपुर फार्म में बाघ बीते कई दिनों से घूम रहे बाघ ने शाम अपना स्थान बदला है। तकरीबन पंद्रह किमी का सफर तय कर लुधौरी के ही मजरा जगनपुरवा में उसके मौजूद होने की बात प्रकाश में आई है। लगातार आबादी क्षेत्र में बाघ की आमद बनी रहने व उसके द्वारा हर दूसरे दिन शिकार किये जाने की खबर से लोगो में डर बढ़ता ही जा रहा है। लोग गांवों से निकलने में कतराने लगे हैं।