ईश्वर से साक्षात्कार बिना गुरु के असंभव है। जिसके पास ज्योति जागृत है, वही आपकी ज्योति जागृत कर सकता है। ज्योति, अग्नि प्रज्वलित होने के होनी चाहिए। परमशक्ति के रूप व्यक्ति के साथ होना चाहिए, जिसने खुद साक्षात्कार नहीं किया वह दूसरों को क्या कराएगा। ईश्वर साक्षात्कार एक विज्ञान। बिन गुरु भवनिधि तरहीं न कोई।