देश की आन,बान शान का प्रतीक भारतीय सेना में आज 230 रिक्रूट शामिल होकर गौरवशाली भारतीय सेना का हिस्सा बन गये । राजपूत रेजिमेन्ट मध्य कमान के मेजर जनरल राजीब शर्मा ने करिअप्पा ग्राउन्ड़ पर आयोजित कसम परेड़ की सलामी लेकर जवानों की हौसला अफजाई की। इस अवसर पर श्री शर्मा ने जवानों को सम्बोधित करते हुये देश की सीमा पर चल रहे तनाव का उल्लेख किया व गौरवशाली भारतीय सेना का हिस्सा बनने पर बधाई दी । श्री शर्मा ने कहा कि विजय या मृत्यु ही राजपूतों का धर्म है | इनके चरित्र में कायरता का कोई स्थान नहीं है। इस अवसर पर नये सैनिकों ने शानदार कदम ताल का प्रयोग कर सबका मन मोह लिया । कोरोना माहमारी के चलते इस बार भी सेना में शामिल होने वाले सैनिकों के परिजन इस आयोजन में नहीं आ सके, मात्र दो परिवार आये जिनके पति राजपूत सेना में हैं, केवल वही दो परिवार आज इस आयोजन में शामिल हो सके।
वीओ 1 - वैष्विक बीमारी कोविड़-19 के कारण फतेहगढ़ का कैन्ट एरिया यद्यपि सील चल रहा है | किन्तु देश की सीमा पर चल रहे तनाव को देखते हुये आज राजपूत सेना में 230 रिक्रूट को नौ माह के कठिन प्रषिक्षण के बाद भारतीय सेना में षामिल किया गया । राजपूत सेना की मध्य कमान के मेजर जनरल राजीब शर्मा ने राजपूत सेना के करिअप्पा ग्राउन्ड़ पर आयोजित 230 रिक्रूटों की भव्य पासिंग आउट परेड़ का निरीक्षण कर सलामी ली। इसके बाद अपने सम्बोधन में मेजर जनरल राजीव शर्मा ने कोरोना बीमारी के कारण जवानों के परिजनों को पासिंग आउट परेड़ में शामिल न कर पाने पर अफसोस जताया । नये सैनिकों से अपने सम्बोधन में उन्होंने गौरवशाली भारतीय सेना में शामिल होने वाले सैनिकों से आवष्यकता पड़ने पर देश के लिये हर तरह की कुर्बानी देने का आवाहन किया। श्री शर्मा ने उत्कृष्ट सेना ट्रेनिंग पूरी करने वाले तीन रिक्रूट्स को मेड़ल देकर सम्मानित किया । पूरे कार्यक्रम के दौरान रेजिमेन्ट के कमान्ड़ेन्ट राजीब पुरी सहित सभी सेना के अधिकारी व जवान कोरोना वायरस से बचाव के लिये चेहरों पर मास्क लगाये रहे । रेजिमेन्ट सेन्टर के एजूड़ेन्ट मेजर विष्णु कुमार त्रिवेदी ने नये सैनिकों को संविधान की षपथ दिलाई। वार्ता करते हुये मेजर जनरल राजीब शर्मा ने भारतीय सेना में शामिल होने वाले सैनिकों पर पूरा भरोसा जताया ।