इस विवाद को लेकर कोतवाली पुलिस व सैनिकों के बीच हुई नोक- झोंक
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कन्नौज सदर कोतवाली कस्बे के बौद्धनगर मोहल्ला निवासी दीपेन्द्र चैहान रिटायर्ड फौजी हैं। उनका रास्ते को लेकर विवाद बौद्धनगर मोहल्ला निवासी रिटायर्ड पुलिस उपनिरीक्षक रामनरेश पाण्डेय के साथ चल रहा हैं। इस विवाद को लेकर रिटायर्ड दरोगा ने कोतवाली पुलिस से साठगांठ करके पूर्व फौजी दीपेन्द्र चैहान के खिलाफ मारपीट की एक रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज करा दी। इस समस्या को लेकर जब दीपेन्द्र कोतवाली पहंुचे, तो मौजूद कोतवाल शैलेन्द्र मिश्रा ने उनकी समस्या सुनने से ही इंकार कर दिया। इसपर दीपेन्द्र ने मोबाइल के जरिए अन्य पूर्व फौजियों को मामले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही रिटायर्ड सैनिक कैप्टन अनिल तोमर, कैप्टन सतनाम सिंह, सूबेदार अनन्तराम, सूबेदार केके त्रिपाठी, सूबेदार रज्जन सिंह, ओमकार राजपूत, हबलदार करन सिंह सहित करीब दो दर्जन पूर्व सैनिक कोतवाली पहंुचे। मामले को लेकर पूर्व फौजियों की पुलिस से तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। मामला बढ़ता देख कोतवाली में हंगामा मच गया। बाद में मौजूद कुछ उपनिरीक्षकों ने समझाबुझाकर मामला शान्त करा दिया। मामले को लेकर पूर्व फौजी दीपेन्द्र चैहान ने बताया कि कुछ माह पूर्व उन्होने एक प्लाट खरीदा था। जिसमें रास्ते को दर्शाया गया था। इस रास्ते पर रामनरेश पाण्डेय अबैध रूप से कब्जा किए हैं। जब उनसे रास्ता खाली करने को कहा, तो मारपीट पर आमादा हो गए। उनके खिलाफ कोतवाली में एक झूठा मुकदमा भी दर्ज करा दिया। उधर मामले में कोतवाली प्रभारी शैलेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है।