राजस्थान की छह नगर निगमों में चुनाव कार्य संपूर्ण हो चुका है. पहले यहां पार्षदों के चुनाव हुए, फिर महापौर चुने गए और अब उप महापौर का चुनाव भी 10 तारीख को संपन्न हो गया .मगर इन चुनाव में जहां दोनों प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पार्षद महापौर और उपमहापौर बनने का मौका मिला तो वही बहुत से लोग ऐसे भी थे जो कि प्रबल दावेदार होने और भारी उम्मीद लगाए रहने के बावजूद किसी भी तरह का पद पाने में सफल नहीं हो सके .महापौर और उपमहापौर चुनाव में दोनों ही पार्टियों में कई पार्षद कतार में होने के बावजूद महापौर या उपमहापौर नहीं बन सके .इधर राज्य में त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है. दीवाली की तैयारियां जोरों पर हैं. बाजारों में रौनक नजर आने लगी है .घरों में लाइट्स और दियों से रोशनी और सजावट की जा रही है.उधर लोगों के घरों में दिए जल रहे हैं और इधर उन नेताओं के दिल जल रहे हैं जिन्हें पार्टी आलाकमान ने सत्ता में आने का मौका नहीं दिया. देखिए कार्टूनिस्ट सुधाकर का कार्टून.