पाकिस्तान के प्रधनमंत्री इमरान खान और संयक्त राष्ट्र समर्थित एनजीओ यूएन वॉच के बीच मानवाधिकार और अभिव्यक्ति की स्वंत्रतता को लेकर जुबानी जंग हुई है। पाकिस्तान में मानवाधिकार के बेहद खराब रिकॉर्ड होने पर कई ऐक्टिविस्ट ग्रुप के भारी विरोध के बावजूद उसे अक्टूबर में UNHRC में दोबारा चुन लिया गया। लेकिन वह इस लायक नहीं।