आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए नासूर बन गया है. आतंकी हमलों से लहूलुहान फ्रांस अपना जख्म भरने की कोशिश कर रहा है. भारत में भी कुछ ताकतें भड़काऊ एजेंडे को हवा देने की कोशिश कर रही हैं. एक तरफ कई शहरों में फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ दारूल उलूम देवबंद ने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस का समर्थन कर देश के 20 करोड़ मुसलमानों को आहत किया है. सवाल यह है कि देवबंद की यह बात कट्टरपंथ की जड़ें और मजबूत नहीं कर रहा? #StopProtestAgainstFrance #DeshKiBahas