The amritamayi moon of Sharad Purnima brings a boon of health in its rays. Sharad Purnima is one of the most religiously important full moon nights in the Hindu calendar. This year it is on 30 October. This festival falls in the autumn (season) and is celebrated on the full moon (full moon night) in the month of Ashwin (September / October). This festival is also known as Kaumudi, i.e. Moonlight or Kojagari Purnima. Sharad Purnima is also celebrated as a harvest festival in many states of India and the onset of the winter season after the monsoon. Kheer is considered to be of special importance at this time. Kheer is kept in the light of the moon
शरद पूर्णिमा का अमृतमयी चांद अपनी किरणों में स्वास्थ्य का वरदान लेकर आता है। शरद पूर्णिमा हिंदू पंचांग में सबसे धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण पूर्णिमा की रातों में से एक है। इस वर्ष यह 30 अक्टूबर को है। यह पर्व शरद ऋतु (ऋतु) में आता है और यह आश्विन (सितंबर / अक्टूबर) के महीने में पूर्णिमा (पूर्णिमा की रात) तिथि को मनाया जाता है। इस उत्सव को कौमुदी, यानी मूनलाइट या कोजागरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। शरद पूर्णिमा को भारत के कई राज्यों में फसल उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है और मानसून के बाद सर्दियों के मौसम की शुरुआत भी होती है। इस समय सबसे विशेष महत्व खीर खाने का माना जाता है। चंद्रमा की रोशनी में खीर को रखा जाता है
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