इंदौर शहर के सबसे बड़े माफिया जीतू उर्फ जितेंद्र सोनी के साथी नरेंद्र रघुवंशी ने सोमवार रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नरेंद्र ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखकर छोड़ा है, इसमें नरेंद्र ने पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं।वही नरेंद्र के बेटे ने भी पिता की मौत का जिम्मेदार पुलिस की कार्रवाई को बताया है।उसका कहना है कि पिता हमेशा पुलिस द्वारा झूठा फसाने की बात कहते थे।झूठी कार्रवाई की वजह से उसके पिता हमेशा मानसिक तनाव में रहते थे। गौरतलब है कि नरेंद्र होटल मायहोम में पश्चिम बंगाल की लड़कियों को बंधक बनाकर उनसे डांस करवाने और देह व्यापार करवाने के आरोप में शामिल था। पलासिया थाने में मानव तस्करी और देहव्यापार का मामला भी उसपर दर्ज हो चुका है। पिछले साल पुलिस ने मायहोम में छापा मारकर करीब 60 लड़कियों को मुक्त किया था, उस समय नरेंद्र को जीतू सोनी के बेटे अमित के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। कुछ समय पहले वृद्ध पिता के स्वास्थ्य को लेकर नरेंद्र को पेरोल पर छोड़ा गया था।मंगलवार यानि आज नरेंद्र की पेरोल का आखिरी दिन था और उसे वापस जेल में जाना था।