फर्रुखाबाद पुलिस की लापरवाही के चलते एक मासूम बच्ची मौत के गाल में समा गई। बच्ची का शव पड़ोसी रिटायर्ड शिक्षक के घर शौचालय के टैंक में मिली। बालिका का शव मिलाने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है| आरोपी नें फोन पर बालिका के पिता को धमकी दी थी जिसमे उसने कहा कि 5 लाख दे दो तभी बालिका जिंदा मिलेगी| तीन दिन बाद पुलिस को बच्ची का शव मिला है।
जानकारी के अनुसार 13 अक्टूबर को 10 वर्षीय आकांक्षा पुत्र समरपाल घर के बाहर से गायब हो गयी थी|फिरौती के लिए आरोपी नें आकांक्षा के पिता समरपाल को फोन पर कहा कि 5 लाख रूपये दे दो अभी आकांक्षा सुरक्षित है| आरोपी द्वारा फिरौती की रकम मांगने की जानकारी तत्काल पुलिस को दी गयी| पुलिस नें जाँच तेज की और आरोपी चन्द्रशेखर को दबोच लिया| चन्द्र शेखर के साथ में ही उसकी पत्नी गीता देवी और पिता रिटायर्ड अध्यापक सुरेश कुमार को भी पुलिस कोतवाली ले गयी| मामला कुछ भी हो लेकिन हैबनियत का नंगा नाच करने वाले आरोपी के खिलाफ ग्रामीणों में गुस्सा और आकांक्षा की मौत के गम से माहौल गमगीन है| पुलिस की साख पर एकबार फिर सबाल खड़े हो गये| की आखिर अब बच्चियां क्या अपने घर के बाहर भी सुरक्षित नही|सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी नें पुलिस को बताया कि पहले उसने बालिका के चेहरे पर हाथ मारा जिससे उसका सिर दीवार में जोर से टकरा गया, उसके बाद उसकी गर्दन दबाकर हत्या कर दी गयी|पुलिस नें आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया| शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है |