रिटायर्ड रेलकर्मी के साथ इस तरह हुई लाखों की धोखाधड़ी, यह है पूरा मामला
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ललितपुर। जब एक वृद्ध ने डीएम की चौखट पर गुहार लगाई कि...." साहब मैं अभी जिंदा हूं" तो वहां मौजूद लोगों की भीड़ जमा हो गई कि आखिर यह क्या माजरा है। तो पता चला कि वृद्ध के जीवित रहते हुए उसका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। बताया गया है कि
जीवन भर बेतहाशा मेहनत करने के बाद रिटायर्ड रेलकर्मी बाबूलाल पुत्र हरदास को कुछ पैसे इसलिए मिले थे कि वह अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर अच्छी जिंदगी गुजर बसर कर सके। लेकिन रिटायरमेंट के बाद फंड के रूप में मिले पैसों की जानकारी जब गांव के ही दो बदमाश किस्म के लोगों को हुई । तो उन्होंने एक षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी पूर्वक वृद्ध को झांसा देकर अपनी मीठी मीठी बातों में फंसाया और उसकी जीवन भर की जमा पूंजी को एक प्राइवेट कंपनी में इन्वेस्ट करा दिया। इसके बाद दोनों ही चालबाज लोगों ने फर्जी तरीके से वृद्ध का मृत्यु सर्टिफिकेट बनवाया और कंपनी में लगाकर उसकी जीवन भर की जमा पूंजी को पल भर में उड़ा दिया। इसका पता जब उस वृद्ध को चला तो वह डीएम एसपी की चौखट पर अपराधियों की गिरफ्तारी और अपना पैसा दिलाए जाने की गुहार लगाते हुए दर-बदर घूम रहा है। और यह कहते फिर रहा है कि " साहब मैं अभी जिंदा हूं"।