नागरिकता कानून को आधार बनाकर शाहीनबाग में जो सड़क घेरा गया, उसका दंश दिल्ली सहित कई शहर भुगत चुके हैं. शाहीनबाग को लेकर न्यूज नेशन ने पहले दिन से प्रदर्शन के नाम पर लोगों का रास्ता रोके जाने के खिलाफ आवाज उठाई. न्यूज नेशन की टीम पर हमले किए गए. आज सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला देते हुए शाहीनबाग प्रदर्शन के नाम पर रास्ता रोके जाने को गलत ठहराया. जिस तरह शाहीनबाग का शोर मचा, उसी तरह हाथरस को ले जाने की तैयारी थी. हाथरस में बवाल कराने के लिए करीब 50 करोड़ की फंडिंग की गई थी. सबसे बड़ा सवाल यही है कि किसी मुद्दे पर पहले प्रदर्शन करना और फिर दंगा ब्रिगेड की साजिशें देश के लिए कितनी खतरनाक है?#शाहीनबाग_की_हार #DeshKiBahas