उर्दू पढऩे से वंचित हो रहे अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थी
स्कूलों में नहीं मिल रही उर्दू की तालीम
संस्कृत पढऩा बन रहा मजबूरी
उर्दू विषय शुरू किए जाने की मांग
एक तरफ शिक्षा मंत्री प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को तृतीय भाषा के रूप में उर्दू पढ़ाए जाने का भी दावा कर रहे हैं तो दूसरी ओर प्रदेश की राजधानी जयपुर के साथ ही खुद शिक्षामंत्री के विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे उर्दू पढऩे से वंचित हो रहे हैं। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि एेसे स्कूल जिसमें न्यूनतम १० बच्चे किसी भी तृतीय भाषा को पढऩा चाहते हैं उन्हें तृतीय भाषा के रूप में उर्दू या कोई अन्य विषय पढऩे से वंचित नहीं किया जाएगा, लेकिन खुद उनके गृह जिले में स्थिति ठीक इसके विपरीत नजर आ रही है।