2020 में लगता है मौसम सभी पिछले रिकार्ड तोड़ेगा। इससे पहले गर्मी में पारे ने कई रिकार्ड अपने नाम किए उसके बाद बरसात में भी यहीं हाल रहा। अब 2 अक्टूबर को तापमान ने पिछले 5 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। इस बार दो अक्टूबर को मेरठ जिले का तापमान 35:9 डिग्री तक पहुंच गया। जो कि पिछले पांच साल में सर्वाधिक है। इससे पहले 2016 में जिले का अधिकतम तापमान 24:8 तक पहुंचा था। मौसम विभाग की माने तो यह सब ग्लोबल वार्मिग केे कारण हो रहा है। जिस कारण तापमान में अप्रत्याशित तरीके से वृद्धि हो जाती है और फिर कभी कमी हो रही है।
एक्यूआई भी बढ़ा :— वहीं जिले का एक्यूआई भी बढ गया है। इस समय जिले का एक्यूआई 246 तक पहुंच चुका है। लॉकडाउन के दौरान बंद कल कारखानों और यातायात के सभी साधनों पर प्रतिबंध के चलते यहीं एक्यूआई सबसे न्यूनतम स्तर यानी 2 तक पहुंच गया था। जो कि देश और मेरठ के अनलाक होने के बाद लगातार बढ रहा है। यह एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स गत जनवरी 2020 से अब तक का सबसे अधिक बढे स्तर का है। बताया जा रहा है कि अगर हालातों में सुधार नहीं किया गया तो यह आने वाले समय में 400 तक भी जा सकता है जो कि सबसे अधिक भयावह वाली स्थिति हो सकती है। भूगोलविद डा0 कंचन सिंह ने बताया कि हवा के रूकने के कारण एक्यूआई का स्तर बढ रहा है। हवा की रफ्तार कुछ तेज होगी तो वातावरण में छाए प्रदूषण के कण काफी हद तक खत्म हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि तापमान में इस तरह के परिवर्तन ग्लोबल वार्मिक के कारण देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस असर फसलों पर भी पड़ेगा। इस समय फसलों को कम तापमान की जरूरत होती है। अगर तापमान अधिक होता है तो पैदावार में इसका असर पड़ता है।