भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति ने किसान विधेयक का विरोध करते हुए जुलूस निकाला। पुलिस ने गैस एजेंसी रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय के पास रोक लिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक हुई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने स्कूल परिसर में बैठकर धरना दिया। बाद में संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा। इस दौरान प्रशासन ने सिर्फ 11 लोगों को ही कलेक्ट्रेट जाने की अनुमति दी।
भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्योराज के निर्देश पर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हासिम अली के नेतृत्व में किसान विधेयक के विरोध में कार्यकर्ताओं पैदल मार्च निकाला। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी। जैसे ही जुलूस गैस एजेंसी रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय के पास पहुंचा। तभी सदर एसडीएम गौरव शुक्ला ने कार्यकर्ताओं को आगे जाने से रोक दिया। इस पर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने जुलूस में शामिल लोगों को स्कूल में बैठा दिया। कार्यकर्ताओं ने स्कूल परिसर में बैठकर नारेबाजी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में प्रशासन ने 11 लोगों को कलेक्ट्रेट जाने की अनुमति दी। इसके बाद 11 लोगों का प्रतिनिधि मंडल कलेक्ट्रेट पहुंचा। यहां पर एडीएम गजेंद्र सिंह को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। कहा कि समर्थन मूल्य से नीचे किसानों की फसलों को खरीदने वालों का लाइसेंस निरस्त कर जेल भेजा जाए। आवश्यक वस्तुओं का अनावश्यक रूप से स्टाक करने वालों पर मुकदमा चलाया जाए। किसान की फसलों का 15 दिन के भीतर रुपए देने की कानूनी व्यवस्था की जाए। साथ ही मांग की है किसानों का 10 लाख रुपए का बीमा किया जाए। किसान के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके इसके लिए शिक्षण संस्थानों में सीटें रिजर्व की जाएं। इस मौके पर जिला मुख्य सचिव मकमूल, जिला उपाध्यक्ष मोहित सोलंकी, चांद खान, मलखान सिंह, मुफीद खान समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।