मध्य प्रदेश में 15 महीने कांग्रेस की सरकार रही। कमलनाथजी मुख्यमंत्री रहे, उन्होंने गरीब के दर्द और पीड़ा को समझा ही नहीं। समझते भी कैसे- उद्योगपति हैं,बड़े आदमी के बेटे थे, सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए थे,गरीब का दर्द वे कहां जानते। अपने यहां शास्त्र में कहा गया है कि जाके पांव ना फटी बेमाई, वो का जाने पीर पराई।सोने का चम्मच लेकर पैदा होने वाले कमलनाथ जी को इस दर्द का एहसास ही नहीं है। दर्द का एहसास है भाजपा को, उसके नेताओं को और हमारे मुख्यमंत्री को, क्योंकि वे गरीब और किसान के बेटे हैं। ये बात गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में कही| उन्होंने अस्पतालों में लापरवाही को लेकर कहा कि सभी के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी। वही किसानों के कर्जमाफी को लेकर कहा कि दो हजार और चार हजार रुपए कर्ज माफ हुए हैं। हम बात कर रहे हैं 2 लाख रुपए के कर्जमाफी की, वो नहीं हुए हैं। मीडिया वाले किसी गांव में सीधे जाए तो और उन्हें कैमरे के सामने बिठाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।