क्या हो जब एक रोज आप सोकर उठें आैर आपको पता चले कि आप करोड़पति हो गए हैं। आप अपना बैंक अकाउट चेक करें आैर पता चले कि आपके खाते में करोड़ों रुपये आ गए हैं। बलिया जिले के छोटे से गांव की रहने वाली एक किशोरी के साथ एेसा ही हुआ। उसके खाते में अचानक ही 10 करोड़ रुपये (9 करोड़ 99 लाख रुपये) आ गए। इतने रुपये खाते में आने के बाद वह हैरान रह गर्इ। उसने तत्काल पुलिस आैर बैंक को इसके बारे में बताया, जिसके बाद उसके खाते को सीज कर लेन-देन पर रोक लगा दी गर्इ। पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गयी है। एेसा माना जा रहा है कि यह साइबर अपराधियों की करतूत हो सकती है।
बलिया जिले के कोड़र सुकुनपुरा गांव निवासी सुबेदार साहनी की बेटी सरोज का खाता इलाहाबाद बैंक की बांसडीह शाखा में है। सोमवार को वह बैंक पहुंची आैर अपने खाते का बैलेंस चेक कराया तो उसके होश उड़ गए। बैंककर्मी ने बताया किउसके खाते में 9 करोड़ 99 लाख 4 हजार 736 रुपये हैं। अपने खाते में इतनी बड़ी रकम सुनकर किशोरी हैरान रह गर्इ। उसने तत्काल इसकी शिकायत बैंक मैनेजर से की आैर पुलिस को मामले की तहरीर दी। प्रकरण का पता चलने के बाद किशोरी के बैंक खाते के संचालन पर रोक लगा दी गर्इ।
बैंक कर्मचारियों की मानें तो बैंक खाते से रुपये का कर्इ बार लेन-देन किया गया है, जिसके बारे में सरोज ने कुछ भी पता होने से इनकार कर दिया। उसका कहना है कि उसके अकाउंट में इतनी बड़ी रकम कैसे आयी वह इस बारे में कुछ नहीं जानती आैर वह रकम भी उसकी नहीं है। सरोज ने पुलिस को अपना अकाउंट डिटेल, देकर जांच कर कार्रवार्इ की मांग की है।
किशोरी सरोज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि उसका खाता 2018 से है। दो साल पहले कानकपुर देहात के ग्राम पकरा पोस्ट बधीर से निलेश नाम के व्यक्ति ने सरोज को फोन कर पीएम आवास दिलाने के नाम पर उससे आधार कार्ड व फोटो आदि मांगे, जिसके बाद सरोज ने आधार कार्ड की फोटो काॅपी व दूसरे कागजात उसके बताए गए पते पर भज दिये। बाद में सरोज के नाम से डाक द्वारा एक एटीएम आया, जिसे उस व्यक्ति के कहने पर सरोज ने उसके पते पर रिजस्ट्री कर दिया आैर एटीएम का पिन भी बता दिया। सरोज के मुताबिक निलेश कुमार नाम के व्यक्ति से जिस मोबाइल नंबर पर बातचीत होती थी, वह अब बंद बता रहा है।
उधर इस बाबत बांसडीह कोतवाली के प्रभारी निरिक्षक राजेश कुमार सिंह ने स्थानीय मीडिया को बताया कि खाते में 9 करोड़ 99 लाख रुपये आने की पूरी जांच बैंक पुलिस के सहयोग से करेगा। जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवार्इ सुनिश्चित की जाएगी।