नवजात बच्चे का शव पिछले पांच दिनों से अस्पताल की मर्चुरी में रखकर भूलने और अभी तक उसका पोस्टमार्टम भी नहीं होने के मामले में अब मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। बच्चे के शव का वीडियो वाइरल होने के बाद अस्पताल में जैसे हड़कंप सा मच गया, वही अस्पताल के जिम्मेदारों ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। पुरे मामले में इंदौर कमिश्नर के निर्देश पर एसआइटी की टीम ने एमवाय अस्पताल और मरचुरी रूम का दौरा किया और असिस्टेंट कमिश्नर रजनीश सिंह एसडीएम आलोक खरे नोडल अधिकारी अमित मालाकार एमवाय के कर्मचारियों से पूछताछ की। बाद में मीडिया से बात करते हुए असिस्टेंट कमिश्नर रजनी सिंह ने कहा कि स्टाफ की लापरवाही के चलते न तो पुलिस को सूचना दी गई और ना ही बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। एसआईटी की टीम कमिश्नर पवन शर्मा को एमवाय अस्पताल की इस लापरवाही के सम्बंध में बंद लिफाफे में रिपोर्ट पेश करेगी। वही मामले में मानव अधिकार आयोग ने भी 4 सप्ताह में जवाब मांगा है। लापरवाही सामने आने पर जिम्मेदारों पर गाज गिरने की उम्मीद भी की जा रही है।