भारत में कोविड-19 के नए मामलों की संख्या में बढ़ोतरी लगातार जारी है.मंगलवार को सुबह 8 बजे तक स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से संक्रमण के 83,809 नए मामले आए हैं.लेकिन ICMR की माने तो भारत में संक्रमण की स्थिति बहुत गंभीर नहीं है.भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की ओर से कुछ अध्ययन के आधार पर ये बयान आया है उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि भारत में करीब 92 प्रतिशत मामले हल्के लक्षण वाले हैं और केवल 5.8 प्रतिशत मामलों में ऑक्सीजन थैरेपी की जरूरत पड़ी.मगर इन सबके बीच कुछ खबरें स्थिति की विकटता को लेकर इशारा कर रही है.उनके अनुसार कोरोना को लेकर अभी तक जो भी आधिकारिक डेटा है उसमें कुछ ही सार्वजनिक हुआ है और कुछ नहीं. भारत में रैपिड एंटीजन टेस्ट काफी तेजी से बढ़े हैं जिनके नतीजे पुख्ता नहीं होते हैं कई कोरोना पॉजिटिव लोग भी इस टेस्ट में नेगेटिव निकल सकते हैं जबकि पुख्ता माने जाने वाले आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या घटी है . इसी कारण आंकड़े वास्तविक संख्या से कम नज़र आ रहे हैं. इससे भारत में कोरोना की समस्या और गहरी नज़र आ रही है. इसलिए सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेने की जरूरत है .देखिए इस मुद्दे पर कार्टूनिस्ट सुधाकर का नज़रिया