पशुओं को रोग से बचाने के लिए टीकाकरण
शुरू होगा एफएमडीसीपी टीकाकरण का दसवां चरण
पशु पालन विभाग ने बनाई कार्य योजना
राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत प्रदेश में एफएमडीसीपी टीकाकरण का दसवां चरण शुरू होने जा रहा है। जयपुर जिले में इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। इस योजना के तहत जिले के सभी गौवंश और भैस वंश को खुरपका और मुंहपका रोग का टीकाकरण किया जाएगा। यह पशुओं में होने वाला अत्यधिक गंभीर संक्रामक रोग है। इसमें पशुओं के मुंह में छाले हो जाते हैं और तेज बुखार आता है और पशु चरना बंद कर देता है। इससे उसके दुग्ध उत्पादन काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। पशुपालक को आर्थिक हानि भी होती है।
इस कार्यक्रम के साथ ही इस साल हर पशु के टीकाकरण से पहले विभाग की ओर से निशुल्क टैगिंग किया जाना भी जरूरी कर दिया गया है। इससे पशुपालक को अपने पशु को निशुल्क पहचान मिलेगी। पशु के स्वास्थ्य और प्रजनन प्रबंधन में मदद मिलेगी। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. उम्मेद सिंह के मुताबिक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभागीय और गैर विभागीय संस्थाओं को इसमें शामिल किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए जिले के सभी ग्रामों को ईनाफ सॉफ्टवेयर के माध्यम से मैपिंग किया जाकर खुरपका और मुंहपका का टीकाकरण कार्यक्रम पूरा किया जाएगा। जिले में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिएए प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जिले में टीकाकरण की गुणवत्ता के लिए कोल्ड चेन बनाए रखने के आदेश जारी किए गए हैं।