लखीमपुर खीरी- करीब छह साल पहले आरोपी लेखराम गौतम की पत्नी की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। उसका शव गांव से कुछ दूरी पर पड़ा मिला था। इस मामले में दुष्कर्म और हत्या का शिकार बनी मासूम के ताऊ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इस समय में वह जेल में ही है। लेखराम की दिव्यांग बेटी ने बताया कि उसके पिता निर्दोष हैं। पिता पर दुष्कर्म और हत्या के प्रयास संबंधी कई बार मुकदमे लिखाने की कोशिश हुई, लेकिन मामले जांच में झूठे निकले। गांव वालों के मुताबिक आरोपी लेखराम एक सीधा-साधा व्यक्ति है। उसकी गांव में किसी से कोई अनबन नहीं है। इस मामले में लेखराम के खिलाफ रिपोर्ट लिखाया जाना और फिर मुठभेड़ में गिरफ्तारी उनके गले नहीं उतर रहा है। गांव वालों का कहना है कि कि गांव में गांजा पीकर कई मनचले युवक घूमा करते हैं। बताते हैं कि करीब एक सप्ताह पहले एक किशोरी से ऐसे ही एक मनचले ने छेड़छाड़ भी की थी। लोगों का कहना है कि बिटिया ऐसे ही किसी विकृत मानसिकता वाले व्यक्ति का शिकार हो सकती है। पुलिस को इस दिशा में भी जांच करने की जरूरत है।