धरती के भगवान कह जाने वाले डॉक्टरों की लापरवाही ने एक बच्ची की जिंदगी छीन ली। मामला यूपी के कन्नौज का है जहां जिला अस्पताल में दिमागी बुखार से पीड़ित एक ढाई साल की बच्ची को डाक्टरों की लापरवाही के चलते समय पर इलाज नहीं मिल सका जिससे उसकी मौत हो गयी। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
कन्नौज के ग्राम गुगरापुर निवासी रामू की ढाई साल की पुत्री मोनिका की तबियत बिगड़ गई। परिजनों ने पहले उसका प्राइवेट इलाज करवाया तो पता चला कि बच्ची दिमागी बुखार से पीड़ित है, जिसके बाद परिजन बुधवार को बच्ची का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन वहां मौजूद डॉक्टरों ने इलाज करने की बजाए परिजनों को इधर-उधर दौड़ाना शुरू कर दिया। इलाज न मिलने पर उसकी तबियत और ज्यादा बिगड़ गई। करीब एक घंटे इधर-उधर दौड़ने के बाद ओपीडी में डॉक्टर ने चेकअप के बाद पर्चे पर दवाएं लिख दी। परिजन जैसे ही बच्ची को लेकर इमरजेंसी पहुंचे, बच्ची ने दम तोड़ दिया।
परिजन बच्ची की मौत का जिम्मेदार डाक्टरों की लापरवाही बता रहे तो वहीं इस मामले में सीएमएस डॉ. शक्ति बसु का कहना है कि बच्ची गंभीर हालत में अस्पताल लाई गई थी। इलाज में लापरवाही नहीं बरती गई है।
#Kannauj #Massom #Maut