सरकार द्वारा लागू किए गए मॉडल एक्ट के विरोध में आज से 3 दिन के लिए प्रदेशभर की मंडियों में हड़ताल शुरू हो गयी है। मंडी समितियों के साथ सभी व्यापारी हड़ताल के जरिए अपना विरोध जाहिर कर रहे है। आर्थिक राजधानी इंदौर में मंडिया बंद होने की वजह से जहां कुछ स्थानों पर अवैध मंडिया संचालित होती नजर आ रही है तो वहीं प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम मंडी सहित अन्य मंडियों में हड़ताल का असर साफ नजर आ रहा है। जिन मंडियों में रोजाना हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है, हड़ताल के चलते आज उन सभी मंडियों में सन्नाटा पसरा दिखाई दे रहा है। दरअसल प्रदेश में निजी मंडी खोलने और नए अधिनियम लागू करने के खिलाफ मंडी समितियों ने विरोध जाहिर करने के लिए 3 दिन काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है। मंडियों में की जा रही इस हड़ताल को जहां मंडी कर्मचारियों और व्यापारियों ने अपना समर्थन दिया है, तो वही सरकारी मंडी बंद होने के बाद कुछ व्यापारियों ने मंडी के बाहर लगाई जा रही अवैध मंडी में व्यापार शुरू कर दिया है। रीजनल पार्क चौराहे स्थित अवैध मंडी में जहां आज व्यापार को बढ़ावा मिला, वही इंदौर की चोइथराम मंडी सहित अन्य सभी मंडियों में सन्नाटा पसरा नजर आया। गौरतलब है कि शासन के नए नियम को व्यापारी अपने साथ छलावा बता रहे है, वही मंडी बोर्ड के सदस्य भी निधि मंडियां खोलने के आदेश की वजह से शासन को राजस्व का नुकसान होने की बात कहते हुए अपने पेंशन और भत्तों के प्रभावित होने का आरोप लगा रहे है।